होली पर निबंध लिखें (मुद्दा )Write Essay on Holi
- प्रस्तावना
- होली मनाने का कारण / होली क्यों मनाई जाती है / कथा
- होली का वर्णन
- उपसंहार
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- होली पर निबंध हिंदी में 10 लाइन/होली पर निबंध 10 लाइन हिंदी में/ होली पर 10 लाइनें कैसे लिखें?
- होली पर निबंध 200 शब्दों में / होली पर निबंध class 5
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- होली पर निबंध 300 शब्दों में
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होली पर निबंध हिंदी में 10 लाइन/होली पर निबंध 10 लाइन हिंदी में/ होली पर 10 लाइनें कैसे लिखें?
- होली, जिसे "रंगो का त्यौहार" रूप में भी जाना जाता है।
- यह प्रमुख रूप से भारत तथा नेपाल में मनाया जाता है ।
- यह फाल्गुन ( फरवरी या मार्च ) के महीने में पूर्णिमा के दिन आता है। त्योहार बड़े उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाता है।
- मार्च का महिना जैसे होली के उत्तेजना को बढ़ा देता है ।
- होली के उत्सव के पीछे की भी एक प्राचीन हिंदू पौराणिक कहानी है।
- होली के दिन, लोग शाम को लकडिया और बहुत सी चीजे एकट्ठा करके होलिका दहन किया जाता है।
- इस पर्व पर सबके घरों में अनेक पकवान बनाएं जाते हैं ।
- होली का दूसरा दिन मतलब की धुलेंटी ।
- धुलेंटी के दिन लोग रंगीन पाउडर, गूलल और एक दूसरे पर पानी फेंककर जश्न मनाने के लिए इकट्ठा होते हैं।
- होली पर सभी मस्ती में डूबे नजर आते हैं ।
होली पर निबंध 200 शब्दों में / होली पर निबंध class 4
होली, जिसे "रंगो का त्यौहार" रूप में भी जाना जाता है। यह फाल्गुन ( फरवरी या मार्च ) के महीने में पूर्णिमा के दिन आता है।
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का स्मरण करता है । हिरण्यकशिपु नाम का एक राक्षस राजा था। उनका पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु का भक्त था।हिरण्यकशिपु ने अपनी बहन होलिका को यह बताया । होलिका को वरदान था की वो कभी भी आग में जल नहीं सकती। हिरण्यकशिपु ने अपनी बहन को बोला की तुम प्रह्लाद को अपनी गोद में लेकर जलती आग में बैठ जा जिससे प्रह्लाद जलकर भस्मा हो जाए। परन्तु प्रह्लाद बच गया और होलिका जल के मर गयी। और इसीलिए होली का त्यौहार मनाया है।
होली के दिन, लोग शाम को लकडिया एकट्ठा करके होलिका दहन करते है। लोग उसकी चक्कार लगते हुए पूजा करते है। सभी लोग उसमे नारियल डालते है और ख़ुशी ख़ुशी होलिका दहन समाप्त करते है।
होली के दिन लोग रंगीन पाउडर, गूलल और एक दूसरे पर पानी फेंककर मारते है। खजूर, धनि , भांग और बहुत सारी खाने की चीजें दोस्तों और परिवार के बीच खाई जाती है।भारत के बहुत सारे हिस्सों में मनाया जाता है।
अंत में, होली लोगों को प्यार और खुशी की भावना में एक साथ लाता है।
होली पर निबंध 300 शब्दों में /होली पर निबंध class 5
होली, जिसे "रंगो का त्यौहार" रूप में भी जाना जाता है। यह फाल्गुन ( फरवरी या मार्च ) के महीने में पूर्णिमा के दिन आता है।
होली के उत्सव के पीछे की भी एक प्राचीन हिंदू पौराणिक कहानी है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का स्मरण करता है । कहानी यह है कि हिरण्यकशिपु नाम का एक राक्षस राजा था जिससे हुआ ऐसा की लोग जबरदस्ती उसको पूजने लगे। हालाँकि, उनका पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु का भक्त था, जो हर समय भगवान विष्णु की पूजा करता था। हिरण्यकशिपु ने अपनी बहन होलिका को यह बताया । होलिका को भगवान ब्रह्मा का वरदान था की वो कभी भी आग में जल नहीं सकती। फिर हुआ ऐसा की हिरण्यकशिपु ने अपनी बहन को बोला की तुम प्रह्लाद को अपनी गोद में लेकर जलती आग में बैठ जा जिससे प्रह्लाद जलकर भस्मा हो जाए। परन्तु प्रह्लाद भगवान भक्त होने के कारण बच गया और होलिका जल के मर गयी। और इसीलिए होली का त्यौहार मनाया है।
होली के दिन, लोग शाम को लकडिया एकट्ठा करके होलिका दहन करते है। लोग उसकी चक्कार लगते हुए पूजा करते है। सभी लोग उसमे नारियल डालते है और ख़ुशी ख़ुशी होलिका दहन समाप्त करते है।
होली के दिन लोग रंगीन पाउडर, गूलल और एक दूसरे पर पानी फेंककर जश्न मनाने के लिए इकट्ठा होते हैं। खजूर, धनि , भांग और बहुत सारी खाने की चीजें दोस्तों और परिवार के बीच साझा की जाती है। त्योहार लोगों को उनकी जाति, पंथ या स्थिति की परवाह किए बिना एक साथ लाता है। भारत के बहुत सारे हिस्सों में मनाया जाता है। इस दिन, लोग रंगीन पानी और कीचड़ से भी खेलते हैं।
अंत में, होली लोगों को प्यार और खुशी की भावना में एक साथ लाता है।
होली पर निबंध 400 शब्दों में /होली पर निबंध class 6
होली पर निबंध 500 शब्दों में/होली पर निबंध class 7
होली, जिसे "रंगो का त्यौहार" रूप में भी जाना जाता है, भारत और नेपाल में मनाया जाने वाला एक लोकप्रिय हिंदू त्योहार है। यह फाल्गुन ( फरवरी या मार्च ) के महीने में पूर्णिमा के दिन आता है। त्योहार बड़े उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाता है, और सभी उम्र के लोग उत्सव में भाग लेते हैं।
होली के उत्सव के पीछे की भी एक प्राचीन हिंदू पौराणिक कहानी है जैसे हर त्यौहार की होती है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का स्मरण करता है । कहानी यह है कि हिरण्यकशिपु नाम का एक राक्षस राजा था जिसने सभी को ऐसा बताया था की वो यहाँ का राजा है और वो ही वहा का भगवन। जिससे हुआ ऐसा की लोग जबरदस्ती उसको पूजने लगे। हालाँकि, उनका पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु का भक्त था, जो हर समय भगवान विष्णु की पूजा करता था। यह देखकर हिरण्यकशिपु को बहुत गुस्सा आता था की नगर में सब उसकी पूजा कर रहे है और यहाँ ये भगवन विष्णु की। कई बार उसने अपने बेटे प्रहलाद को मारने की साजिश रची, लेकिन हर बार जब उसने ऐसा करने का प्रयास किया, तो प्रह्लाद को भगवान विष्णु ने बचा लिया। फिर एक हुआ ऐसा की हिरण्यकशिपु ने अपनी बहन होलिका को यह बताया और उन्होंने साजिस रची। होलिका को भगवान ब्रह्मा का वरदान था की वो कभी भी आग में जल नहीं सकती। फिर हुआ ऐसा की हिरण्यकशिपु ने अपनी बहन को बोला की तुम प्रह्लाद को अपनी गोद में लेकर जलती आग में बैठ जा जिससे प्रह्लाद जलकर भस्मा हो जाए। परन्तु प्रह्लाद भगवान भक्त होने के कारण बच गया और होलिका जल के मर गयी। और इसीलिए होली का त्यौहार मनाया है।
होली का त्योहार बुराई पर अच्छाई की इस जीत का प्रतीक है और उसे जश्न जैसे मनाता है।
होली के दिन, लोग शाम को लकडिया और बहुत सी चीजे एकट्ठा करके शाम को सभी लोग एकट्ठा होकर अलाव जलाते है। लोग उसकी चक्कार लगते हुए पूजा करते है। सभि लोग अपनी इच्चये मांगते है। सभी लोग उसमे नारियल डालते है और ख़ुशी ख़ुशी होलिका दहन समाप्त करते है उसके बाद अंदर फेंके गए नारियल को बहार निकल के खाते है।
होली के दिन लोग रंगीन पाउडर, गूलल और एक दूसरे पर पानी फेंककर जश्न मनाने के लिए इकट्ठा होते हैं। सड़कों पर पारंपरिक संगीत की ताल पर नाचते हुए लोग भरे हुए हैं, और खजूर, धनि , भांग और बहुत सारी खाने की चीजें दोस्तों और परिवार के बीच साझा की जाती है। त्योहार लोगों को उनकी जाति, पंथ या स्थिति की परवाह किए बिना एक साथ लाता है। भारत के बहुत सारे हिस्सों में मनाया जाता है। इस दिन, लोग रंगीन पानी और कीचड़ से भी खेलते हैं।
अंत में, होली एक ऐसा त्योहार है जो बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाता है और लोगों को प्यार और खुशी की भावना में एक साथ लाता है। रंगीन उत्सव और पारंपरिक अनुष्ठान इसे भाग लेने वाले सभी लोगों के लिए एक अनूठा और रोमांचक अनुभव बनाते हैं। होली का त्योहार हमें अपने जीवन में प्यार और सकारात्मकता फैलाने मनाने की याद दिलाता है।